समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
उत्तराखंड के 10 अस्पताल आम आदमी को तो छोड़ो सरकार को ही चूना लगा रहे हैं। इस बार उत्तराखंड के प्राइवेट अस्पतालों की लूट का यह खेल बेपर्दा हो गया। हल्द्वानी के नैनीताल रोड स्थित बृजलाल अस्पताल एवं रिसर्च सेन्टर प्राइवेट लिमिटेड और रामपुर रोड स्थित बालाजी अस्पताल समेत उत्तराखंड के 10 प्राइवेट अस्पतालों का ईएसआई योजना में भ्रष्ट्राचार का खेल पकड़ा गया है। ये सभी 10 प्राइवेट अस्पताल मरीजों के उपचार में चिकित्सा प्रतिपूर्ति दावों और बिलों में गड़बड़ी कर रहे थे। कर्मचारी राज्य बीमा योजना की निदेशक दीप्ति सिंह ने आदेश जारी कर फर्जीवाड़ा कर रहे इन 10 अस्पतालों को अधिकृत सूची से हटा दिया है। सभी अस्पतालों को पक्ष रखने के लिए एक महीने का समय दिया। कुल मिलाकर इन अस्पतालों में पहले तो मरीजों से ही लूट का खेल चलता था लेकिन अब ये सरकार कै भी चूना लगा रहे हैं। जिन्हें ईएसआई की सूची से निलंबित किया गया है उनमें हल्द्वानी के इन दो अस्पतालों के साथ ही रैंकर्स अस्पताल, सलीमपुर बाईपास रोड़, हरिद्वार, मेडिकेयर अस्पताल, चकराता रोड़, सेलाकुई, देहरादून, कृष्णा मेडिकल सेंटर, 22, इंदर रोड़, डालनवाला, देहरादून, मैट्रो हॉस्पिटल एवं हार्ट इन्सीटयूट, (ए यूनिट ऑफ सनहिल प्रा०लि०), हरिद्वार, अनमोल अस्पताल, काशीपुर, उधम सिंह नगर, वेलनगिरी हिल्स नर्सिंग होम, हरिद्वार रोड़, रूड़की, हरिद्वार, श्री कृष्णा अस्पताल, गिरीताल, काशीपुर, ऊधमसिंहनगर व के.वी.आर. हास्पिटल, रिलाइंस पैट्रोल पम्प, काशीपुर, ऊधमसिंहनगर शामिल हैं।