समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
हल्द्वानी में हुए उपद्रव व हिंसा की घटना पर कांग्रेस ने सरकारी तंत्र को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मामले की जांच हाइकोर्ट के सीटिंग जजों से कराने की मांग उठाई है। नैनीताल रोड स्थित सौरभ होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए माहरा ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने जल्दबाजी में निर्णय लेकर पुलिस कर्मियों व पत्रकारों की जान को खतरे डाल दिया। इस मामले में सरकार का खुफिया तंत्र पूरी तरह फेल रहा। अफसर बगैर तैयारी के देरी से अतिक्रमण हटाने पहुंच गए। माहरा ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा। उन्होंने दंगे में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर जोर दिया है। हल्द्वानी विधायक सुमित हदयेश ने कहा कि प्रशासन ने अचानक कार्रवाई को अंजाम दिया। धार्मिक स्थल हटाने से पहले बनभूलपुरा के वरिष्ठ नागरिकों से राय लेना उचित नहीं समझा गया। उन्होंने कहा कि जिले में लंबे समय से जमे एक अधिकारी के इशारे पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने हल्द्वानी की शांत फिजा में हुई घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।